Wednesday, June 27, 2007
दोस्ती
दोस्ती
क्या खबर तुम को दोस्ती क्या है
ये रोशनि भी है अन्धकार भी है
बहुत अन्मोल एक हीरा भी है
ख्वाहिसो से भरा जैजबात भी है
दोस्ती एक हसीन खवाब भी है
पास से देखो तो सराब भी है
दुख मिल्ने पे यह अज़ाब भी है
और यह प्यार का जाबाज़ भी है
दोस्ती यू तो माया जाल भी है
एक हकीकत भी है खयाल भी है
कभी ज़मीन कभी फ़लक भी है
दोस्ती झूट भी है सच भी है
दिल मै रह जाय तो कस्क भी है
कभी ये हार कभी जीत भी है
दोस्ती साज भी सन्गीत भी है
शेर भी नज़ाम भी गीत भी है
वफ़ा किय है वफ़ा भी दोस्ती है
बस इत्न सम्झ लो की तुम
प्यार कि इन्तेहा भी दोस्ती है
Raman kr.
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