Friday, June 29, 2007

दोस्त


खुशी भी दोस्तो से है गम भी दोस्तो से है ?
टकरार भी दोस्तो से है प्यार भी दोस्तो से है ?
रूठना भी दोस्तो से है मनाना भी दोस्तो से है ?
बात भी दोस्तो से है मिशाल भी दोस्तो से है ?
नशा भी दोस्तो से है शमा भी दोस्तो से है ?
ज़िन्दगी की शुरुवात भी दोस्तो से है ?
ज़िन्दगी मै मुलाकात भी दोस्तो से है ?
मोहब्ब्त भी दोस्तो से है ईनायत भी दोस्तो से है ?
काम भी दोस्तो से है नाम भी दोस्तो से है ?
ख्याल भी दोस्तो से है अर्मान भी दोस्तो से है ?
ख्वाब भी दोस्तो से है माहोल भी दोस्तो से है ?
यादे भी दोस्तो से है मुलाकाते भी दोस्तो से है ?
सपने भी दोस्तो से है अपने भी दोस्तो से है ?
या यू कहो यारो अप्नी तो दुनियाँ ही दोस्तो से है ?

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